तेजी से बढ़ते शहरीकरण और वाहनों की संख्या में लगातार इजाफे के कारण शहरों में ट्रैफिक जाम एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य प्रशासन ने शहरों की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए एक नई और आधुनिक ट्रैफिक योजना लागू करने का फैसला लिया है। इस योजना का उद्देश्य ट्रैफिक जाम को कम करना, सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण करना और लोगों को सुगम यात्रा सुविधा उपलब्ध कराना है।
नई योजना के तहत शहर के प्रमुख चौराहों और व्यस्त सड़कों पर स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम लगाया जाएगा। ये सिग्नल ट्रैफिक के दबाव के अनुसार अपने आप समय बदलेंगे, जिससे अनावश्यक रुकावट कम होगी और वाहनों की आवाजाही सुचारु बनी रहेगी। इसके साथ ही ट्रैफिक कंट्रोल रूम से इन सिग्नलों की 24×7 निगरानी की जाएगी।
इसके अलावा शहर के संवेदनशील और भीड़भाड़ वाले इलाकों में हाई-रेज़ोल्यूशन CCTV कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरों की मदद से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी और नियम उल्लंघन करने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी। इससे सड़क पर अनुशासन बनेगा और दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है।
यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए प्रशासन ने वैकल्पिक मार्गों (Alternate Routes) के विकास पर भी जोर दिया है। जाम वाले इलाकों में नए सर्विस रोड, फ्लाईओवर और अंडरपास बनाने की योजना तैयार की गई है, जिससे मुख्य सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। इसके साथ ही शहर में वन-वे ट्रैफिक सिस्टम को भी विस्तार दिया जाएगा।
नई योजना में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। बसों के लिए अलग लेन, ई-बसों की संख्या बढ़ाने और मेट्रो कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने की दिशा में काम किया जाएगा। प्रशासन का मानना है कि इससे लोग निजी वाहनों के बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करेंगे।
राज्य प्रशासन ने आम नागरिकों से भी यातायात नियमों का पालन करने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि यह योजना तभी सफल होगी जब लोग हेलमेट, सीट बेल्ट और ट्रैफिक नियमों का पूरी ईमानदारी से पालन करेंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह नई ट्रैफिक योजना प्रभावी ढंग से लागू होती है, तो आने वाले समय में शहरों को जाम की समस्या से काफी हद तक राहत मिलेगी और यात्रा का अनुभव पहले से कहीं बेहतर होगा।













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