मध्य प्रदेश में दूषित कफ सिरप के सेवन से 25 बच्चों की दुखद मौत हो गई है, जिससे भारत की नियामक विफलता और बाल स्वास्थ्य अधिकारों पर गंभीर प्रश्न उठे हैं। संबंधित बाल रोग विशेषज्ञ को सिरप लिखने के लिए 2.54 लाख रुपये का कमीशन मिला था, जो चिकित्सा नैतिकता और जवाबदेही पर सवाल खड़े करता है। WHO ने 8 अक्टूबर को भारत में तीन दूषित मौखिक तरल दवाओं की पहचान की रिपोर्ट जारी की। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने पुष्टि की कि प्रभावित उत्पादों में डायथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) पाया गया। प्रभावित दवाओं के विशिष्ट बैच COLDRIF, Respifresh TR और ReLife हैं। विश्व बैंक ने केरल में 11 मिलियन बुजुर्गों के लिए 280 मिलियन डॉलर का स्वास्थ्य कार्यक्रम स्वीकृत किया। स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने AIIMS नई दिल्ली के 50वें दीक्षांत समारोह में चिकित्सा उन्नति की सराहना की।
मध्य प्रदेश में दूषित कफ सिरप से 25 बच्चों की मौत, नियामक विफलता पर सवाल













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