ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने की दिशा में भारत सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने देशभर के सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) और उप-स्वास्थ्य केंद्रों के लिए एक नया डिजिटल हेल्थ प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च किया है। इस प्लेटफ़ॉर्म का उद्देश्य गांवों में रहने वाले लोगों को बेहतर, सुलभ और समय पर चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध कराना है।
इस नए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से मरीज अब ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुकिंग, टेलीमेडिसिन परामर्श और डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड जैसी सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। इसके जरिए मरीजों को डॉक्टर से मिलने के लिए लंबी लाइन में लगने या बार-बार अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी।
सरकार के अनुसार इस योजना का मुख्य फोकस ग्रामीण महिलाओं, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं पर है, जिन्हें अक्सर स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। टेलीमेडिसिन सुविधा के जरिए अब विशेषज्ञ डॉक्टरों से भी दूरदराज के इलाकों में बैठकर परामर्श लिया जा सकेगा।
इस डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म में मरीजों के पुराने इलाज, जांच रिपोर्ट और दवाइयों की जानकारी सुरक्षित रखी जाएगी, जिससे डॉक्टर सही समय पर सही इलाज दे सकेंगे। इसके साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों को भी डिजिटल ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि वे इस तकनीक का बेहतर उपयोग कर सकें।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इस पहल से ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा और गंभीर बीमारियों की पहचान शुरुआती चरण में ही संभव हो सकेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह डिजिटल हेल्थ प्लेटफ़ॉर्म भारत के ग्रामीण स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।













Leave a Reply