हरिद्वार, उत्तराखंड — धर्म, संस्कृति और समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय तीर्थ सेवा न्यास ने अपनी नई और महत्त्वाकांक्षी परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। ये पहलें समाज, संस्कृति और पर्यावरण के उत्थान के साथ-साथ भारतीय सनातन धर्म और आध्यात्मिक मूल्यों की रक्षा एवं संवर्धन के लिए समर्पित हैं।
तीर्थ सेवा न्यास: उद्देश्य और दृष्टिकोण
तीर्थ सेवा न्यास हरिद्वार स्थित एक पंजीकृत धर्मार्थ संगठन है। इसका मुख्य उद्देश्य धर्म, संस्कृति और राष्ट्र पुनरुत्थान है।
यह संस्था सनातन धर्म के मूल्यों और संस्कृति को सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है। इसका लक्ष्य है कि आने वाली पीढ़ियाँ हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत से जुड़ी रहें।
वर्तमान प्रमुख परियोजनाएँ
- गौरी शंकर गौशाला, हरिद्वार: लावारिस और असहाय गौवंश के लिए आश्रय और चिकित्सा।
- गुरु की रसोई, हरिद्वार: तीर्थयात्रियों और जरूरतमंदों के लिए भोजन उपलब्ध कराना।
- गरुड़ आश्रम, हरिद्वार: चार मंजिला आधुनिक आश्रम का निर्माण।
- श्री सिद्ध हनुमान मंदिर, देहरादून: साधु-संत सेवा, ध्यान और आरती कार्यक्रम।
- श्यामपुर गाँव (तीर्थ विलेज विकास): गाँव को आध्यात्मिक और पर्यावरणीय केंद्र बनाना।
- गंगा, यमुना एवं नदियों की स्वच्छता: घाटों की सफाई और जल स्रोतों का पुनरुद्धार।
- वृक्षारोपण अभियान: एक करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य।
तीर्थ सेवा न्यास अब समाज और संस्कृति के उत्थान के लिए दो नए महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर भी काम कर रहा है।
नई परियोजनाएँ

#Save5G अभियान
उद्देश्य: गाय, गाँव, गंगा, गुरुकुल और गौरव के संरक्षण के माध्यम से समाज और संस्कृति को सशक्त बनाना।
मुख्य स्तंभ:
- गाय: गौशाला संचालन और पंचगव्य उत्पादन
- गाँव: ग्रामीण विकास और स्वावलंबन
- गंगा: नदी स्वच्छता और जल संरक्षण
- गुरुकुल: वैदिक और आधुनिक शिक्षा
- गौरव: संस्कृति, परंपरा और राष्ट्रीय गौरव
विश्व सनातन महापीठ (VSM)
एक ₹500 करोड़ की महत्त्वाकांक्षी परियोजना, जिसका उद्देश्य सनातन धर्म और संस्कृति का वैश्विक केंद्र स्थापित करना है।
मुख्य विशेषताएँ:
- गुरुकुल और विश्वविद्यालय (2000 छात्रों के लिए)
- गौ संरक्षण केंद्र और अनुसंधान
- 108 यज्ञ मंडप और प्रशिक्षण केंद्र
- बहु-संप्रदायिक सौहार्द क्षेत्र
- सनातन टाइम म्यूज़ियम (VR और होलोग्राम सहित)
- वेलनेस एवं पंचकर्म केंद्र
- आध्यात्मिक होमस्टे
निर्माण तिथियाँ:
- भूमि पूजन: नवंबर 2025
- निर्माण प्रारंभ: दिसंबर 2025
- उद्घाटन: फरवरी 2029
कैसे जुड़ें
तीर्थ सेवा न्यास में आप निम्न तरीकों से सहभागी बन सकते हैं:
- दान: अपनी सामर्थ्यानुसार योगदान दें
- स्वयंसेवक: समय, श्रम या कौशल से सेवा में भाग लें
- समर्थन: प्रचार, सामग्री दान या सामाजिक सहयोग
- जन-जागरूकता: अपने क्षेत्र में #Save5G अभियान साझा करें
वेबसाइट: teerthsewanyas.org













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