देशभर में बढ़ रही धार्मिक गतिविधियों, त्योहारों और श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए केंद्र सरकार और संबंधित प्रशासन ने धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन नए नियमों का उद्देश्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना और किसी भी तरह की अव्यवस्था या दुर्घटना को रोकना है।
जारी की गई गाइडलाइन्स के अनुसार अब प्रमुख मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारों और तीर्थ स्थलों पर 24×7 सुरक्षा निगरानी व्यवस्था लागू की जाएगी। इसके तहत CCTV कैमरे, कंट्रोल रूम और प्रशिक्षित सुरक्षा कर्मियों की तैनाती अनिवार्य की गई है, ताकि हर गतिविधि पर लगातार नजर रखी जा सके।
धार्मिक आयोजनों, मेलों और पर्वों के दौरान भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष इंतज़ाम किए जाएंगे। प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग मार्ग बनाए जाएंगे, जिससे किसी भी प्रकार की भगदड़ या अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न न हो। इसके साथ ही आपातकालीन सेवाओं जैसे एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को भी अलर्ट मोड पर रखा जाएगा।
सरकार ने धार्मिक संस्थानों से यह भी अपील की है कि वे श्रद्धालुओं को अनुशासन और शांति बनाए रखने के लिए जागरूक करें। लाउडस्पीकर, प्रसाद वितरण और धार्मिक अनुष्ठानों के दौरान तय नियमों का पालन करने पर विशेष जोर दिया गया है।
धार्मिक विशेषज्ञों और संत-महात्माओं का कहना है कि इन नए सुरक्षा उपायों से न केवल श्रद्धालुओं का भरोसा बढ़ेगा, बल्कि धार्मिक स्थलों की पवित्रता और व्यवस्था भी बनी रहेगी। आने वाले समय में इन नियमों के प्रभाव से धार्मिक आयोजनों का संचालन और अधिक सुव्यवस्थित होने की उम्मीद है।













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