आज पूरे देश में सफला एकादशी का पावन पर्व श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। यह एकादशी पौष मास के कृष्ण पक्ष में आती है और भगवान विष्णु को समर्पित मानी जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सफला एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति के अधूरे कार्य पूर्ण होते हैं और जीवन में सफलता व समृद्धि प्राप्त होती है।
इस अवसर पर मंदिरों में भगवान विष्णु की विशेष पूजा, भजन-कीर्तन और विष्णु सहस्रनाम पाठ का आयोजन किया जा रहा है। सुबह से ही श्रद्धालु स्नान कर व्रत का संकल्प ले रहे हैं और दिनभर फलाहार व उपवास रखकर भगवान विष्णु की आराधना कर रहे हैं।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, इस दिन सच्चे मन से की गई पूजा से पापों का नाश होता है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। मान्यता है कि जो भक्त सफला एकादशी पर व्रत रखकर विष्णु भगवान की कथा का श्रवण करता है, उसके जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि सफला एकादशी विशेष रूप से कार्य, करियर और आर्थिक उन्नति के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है। इस दिन दान-पुण्य का भी विशेष महत्व है। जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र या धन का दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे व्रत के दौरान सात्विक आहार, संयम और धार्मिक मर्यादाओं का पालन करें।













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