भारत ने हिमालयी सीमा क्षेत्रों में स्थित लगभग 600 बौद्ध मठों में एक मानकीकृत पाठ्यक्रम लागू करने की योजना बनाई है। इस पहल का उद्देश्य राष्ट्रीय पहचान को बढ़ावा देना और चीनी प्रभाव का मुकाबला करना है। नए पाठ्यक्रम में भारतीय और तिब्बती इतिहास, गणित, विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान और भाषाओं जैसे हिंदी, अंग्रेजी और भोती की शिक्षा शामिल होगी। हालांकि कुछ भिक्षुओं ने इस सरकारी शिक्षा प्रणाली के खिलाफ आपत्ति जताई है, फिर भी यह कदम भारतीय संस्कृति और शिक्षा को प्रोत्साहित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
हिमालयी बौद्ध मठों में शिक्षा प्रणाली में सुधार










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